मासिक के दर्द में आराम नहीं व्यायाम कीजिए

मासिक के दर्द में आराम नहीं व्यायाम कीजिए

सेहतराग टीम

महीने के उन दिनों में अगर आपका जीवन रुक सा जाता है और आप मासिक स्राव के समय ऐंठन के साथ तेज दर्द की समस्या या डिसमेनोरिया से परेशान हैं, तो कुछ चीजों का ध्यान रखकर आप अपनी दिक्कतें कम कर सकती हैं

मासिक स्राव के दिनों में होने वाला दर्द जिसे चिकित्सा की भाषा में डिसमेनोरिया (dysmenorrhea) कहा जाता है, ज्यादातर महिलाओं के लिए एक बहुत कष्टदायक अनुभव होता है। उम्र के साथ अक्सर वह कम होता जाता है और पहले बच्चे के बाद कई बार पूरी तरह ठीक हो जाता है। इसमें आपके पेट के निचले हिस्से या कमर में ऐंठन के साथ दर्द होता है जो हल्के से लेकर असहनीय तक हो सकता है। पेट में दबाव महसूस होता है और कूल्हों, कमर तथा जांघों में तेज दर्द होता है। कई बार तेज ऐंठन के साथ दर्द होने पर सिरदर्द के साथ उल्टी हो सकती है या पेट खराब हो सकता है।

क्यों होता है दर्द

पेट, पीठ के निचले हिस्से और जांघों में थोड़ा दर्द होना सामान्य बात है। मासिक स्राव के दौरान आपके गर्भाशय की मांसपेशियां सिकुड़ती और फैलती हैं जिससे आपको ऐंठन महसूस होती है। यह किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत नहीं है मगर इससे आपके रोजमर्रा के जीवन में रुकावट आ सकती है।

दर्द में राहत पाने के कुछ उपाय

इस दर्द में राहत पाने के कुछ उपाय हैं, जिनसे दर्द की तीव्रता में कमी आ सकती है और आप बेहतर फील कर सकती हैं:

खान-पान में थोड़ा बदलाव लाएं

वसा या फैट युक्त आहार कम करते हुए अपने आहार में हरी सब्जियां शामिल करें। यह दर्द को कम करने में कारगर हो सकता है। कम फैट वाला भोजन कुल मिलाकर शरीर में होने वाली सूजन को कम करता है और इससे आपकी सेहत पर सामान्य रूप से भी अच्छा असर पड़ेगा, साथ ही मासिक स्राव के दौरान होने वाले दर्द पर स्पष्ट असर पड़ेगा। अगर आप दूध के उत्पाद लेते हैं तो कम फैट या फैट फ्री उत्पादों का सेवन करें।

कुछ खाद्य पदार्थों से करें परहेज

मासिक स्राव के दौरान कुछ खास खाद्य पदार्थों से परहेज करना चाहिए, जो पेट में सूजन या पानी के जमाव को बढ़ाते हैं। फैट युक्त भोजन, शराब, कार्बोनेटेड पेयपदार्थों, अधिक नमक युक्त भोजन और कैफीन इनमें से प्रमुख हैं। इन चीजों का सेवन कम या बंद करने से ऐंठन युक्त दर्द कम हो सकता है। इनकी जगह आप अदरक या पुदीने की चाय या नींबू वाला गर्म पानी ले सकती हैं। मीठा खाने का मन हो तो स्ट्राबेरी या रसबेरी खा सकती हैं। साथ ही, इस दौरान मछली, पोल्ट्री, मांस, अंडे और डेयरी उत्पादों को भी कम लें। डोनट्स, फ्रेंच फ्राइज, चिप्स, मक्खन आदि से परहेज करें।

फिश ऑयल और विटामिन बी1

फिश ऑयल सप्लीमेंट, विटामिन बी1 या दोनों लेने पर मासिक स्राव की परेशानियों से काफी हद तक निजात मिल सकती है। ग्लोबल जर्नल ऑफ हेल्थ साइंस में प्रकाशित एक रिसर्च में यह उल्लेख किया गया था।

सुगंधित तेलों से मालिश

एक शोध के मुताबिक कुछ खास सुगंधित तेलों से मालिश इस दर्द में आराम पहुंचा सकता है। आपको अपने सुगंधित तेल को किसी सामान्य तेल (वेजीटेबल ऑयल या नल ऑयल आदि) के साथ मिलाकर इस्तेमाल करना चाहिए। एक छोटे चम्मच सामान्य तेल में एक बूंद सुगंधित तेल डालें।

हीटिंग पैड

हीटिंग पैड के इस्तेमाल से मासिक स्राव संबंधी दर्द में काफी आराम पहुंचता है। अपने पेट और कमर को गर्मी पहुंचाना कई बार दर्दनिवारक दवाओं जितना असर करता है। अगर आपके पास हॉट वाटर बॉटल या हीटिंग पैड नहीं है, तो आप गर्म पानी से स्नान कर सकती हैं या गर्म तौलिये का इस्तेमाल कर सकती है। गर्मी के प्रवाह से दर्द में अस्थायी राहत मिलती है।

कसरत और योग

कई बार हम अपना नियमित एक्सरसाइज भी मासिक स्राव के दिनों में छोड़ देते हैं मगर कई शोधों से साबित हुआ है कि सक्रिय रहने और व्यायाम करने से शरीर में एंडार्फिन उत्पन्न होता है जो दर्द को कम करने में मददगार होता है। ऐरोबिक एक्सरसाइज और स्ट्रेचिंग से ऐंठन में राहत मिलती है। कुछ योगाभ्यास भी दर्द में आराम पहुंचाते हैं – जैसे सुखासन, धनुरासन, भुजंगासन, प्राणायाम।

आहार में मैगनीशियम की मात्रा बढ़ाएं

मैगनीशियम कई खाद्य पदार्थों में पाया जाता है और अगर आप आहार से अपनी जरूरत के अनुसार मैगनीशियम नहीं ले सकते तो उसके सप्लीमेंट्स भी मौजूद हैं। मैगनीशियम नर्व और मांसपेशियों के कार्य को संतुलित रखता है।

सेफ पेनकिलर की मदद लें

बात बात पर दर्दनिवारक दवाओं का सेवन हमारी सेहत पर बुरा असर डाल सकता है मगर नॉन स्टेरॉयड सेफ दवाओं जैसे आइबूप्रोफेन का सेवन शरीर में सूजन और दर्द में राहत दे सकता है। किसी भी दवा को लेने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें खासकर अगर आपको पहले कोई स्वास्थ्य समस्या रही हो। दवाएं निर्धारित मात्रा में ही लें।

गर्भनिरोधक गोलियां

गर्भनिरोधक गोलियां भी मासिक स्राव के दौरान असहनीय पीड़ा और ऐंठन को कम करने क्षमता रखती हैं। मगर इसे डॉक्टरी सलाह के बिना न लें।

तथ्य

  • आधी से अधिक महिलाओं को मासिक स्राव के दौरान ऐंठन युक्त दर्द होता है।
  • सात में से एक महिला में यह दर्द असहनीय होता है।
  • डिसमेनोरिया के साथ अक्सर कोई गंभीर स्वास्थ्य समस्या नहीं जुड़ी होती, मगर कई बार वह प्रजनन प्रणाली से जुड़ी किसी अंदरूनी असामान्य स्थिति का नतीजा होती है।
  • भावनात्मक तनाव मासिक स्राव संबंधी पीड़ा और कष्ट को बढ़ा सकता है।
  • गर्भाशय में फ्रायब्रॉयड भी इसका एक कारण होते हैं।
  • एडीनोमायोसिस (गर्भाशय की सूजन) और एंडोमेट्रियोसिस (गर्भाशय के अंदर विकसित होने वाले ऊतकों का उसके बाहर विकसित होना) इस समस्या की गंभीरता को बढ़ा सकते हैं।
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